सूर्य का धनु राशि में गोचर 16 दिसंबर 2025
16 दिसंबर 2025 को सुबह 4:27 बजे ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का यह गोचर अग्नि तत्व राशि में होने से ऊर्जा, साहस, निर्णय क्षमता और धार्मिकता में वृद्धि करेगा। जैसे ही सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे, उसी क्षण से खरमास प्रारंभ हो जाएगा, जो 14 जनवरी 2026 तक चलेगा। इस अवधि में विवाह, गृह-प्रवेश और बड़े मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं, परंतु आध्यात्मिक साधना, दान-पुण्य, मंत्र-जप और शिक्षा कार्य अत्यंत शुभ रहते हैं।
धनु राशि गुरु के अधिपत्य में है, इसलिए सूर्य के यहां स्थित होने से समाज में धार्मिक गतिविधियों का विस्तार, राजनीतिक उठापटक, प्रशासनिक निर्णयों में तेजी, सरकारी कार्यों में बदलाव और नेताओं की सक्रियता बढ़ेगी। आम लोगों के जीवन में आत्मविश्वास में वृद्धि, नई योजनाओं की शुरुआत तथा आर्थिक सुधार की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
इस समय स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है, क्योंकि सूर्य का तेज और गोचर स्थिति कई जातकों में रक्तचाप, सिरदर्द, आंखों से संबंधित समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। सूर्य कर्म, प्रतिष्ठा और शासन का कारक है, इसलिए यह गोचर कई लोगों के लिए पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि, प्रमोशन, सम्मान और नए अवसर लाने वाला साबित होगा।
12 राशियों का विस्तृत फलादेश (उपाय सहित)
मेष राशि – 9वां भाव गोचर
सूर्य का गोचर आपके भाग्य भाव में होगा, जिससे किस्मत प्रबल रहेगी। रुके हुए कार्य पूरे होने की संभावना प्रबल होगी। शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा, सरकारी नौकरी और विदेश यात्रा से लाभ मिलेगा। पिता के साथ संबंध बेहतर होंगे। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी और गुरु के मार्गदर्शन से करियर में नए अवसर खुलेंगे। जो जातक नौकरी बदलना चाहते हैं, उनके लिए यह समय निर्णायक सिद्ध हो सकता है। धन लाभ मध्यम रहेगा, परंतु सम्मान प्राप्ति के योग मजबूत हैं।
उपाय:
-
प्रतिदिन सूर्य को जल चढ़ाएँ।
-
"ॐ घृणि सूर्याय नमः" का जप करें।
वृषभ राशि – 8वां भाव गोचर
यह गोचर अचानक घटनाओं का संकेत देता है। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव आ सकता है और गुप्त शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। कोई पुराना विवाद सामने आ सकता है, परंतु आपकी समझदारी से स्थिति सुधरेगी। धन लेन-देन में सावधानी आवश्यक है। शोध, गूढ़ विद्या, टैक्स, बीमा और इन्वेस्टमेंट से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है। ससुराल पक्ष से संबंधों में सुधार होगा, लेकिन यात्रा में सतर्कता जरूरी है।
उपाय:
-
शनिवार को तिल का तेल दान करें।
-
हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मिथुन राशि – 7वां भाव गोचर
साझेदारी, विवाह और व्यापारिक संबंधों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। दांपत्य जीवन में गर्माहट साथ आएगी पर कभी-कभी अहं टकराव भी संभव है। व्यवसाय में नए कॉन्ट्रैक्ट या पार्टनरशिप के अवसर आएंगे। यदि कोई कानूनी मामला चल रहा है तो उसमें तेजी से निर्णय होने की संभावना है। आपकी वाणी प्रभावशाली होगी और पब्लिक रिलेशन मजबूत बनेंगे।
उपाय:
-
दंपति सूर्य देव को संयुक्त रूप से अर्घ्य दें।
-
गाय को हरा चारा खिलाएँ।
कर्क राशि – 6वां भाव गोचर
सूर्य आपको शत्रुओं पर विजय, नौकरी में उन्नति और स्वास्थ्य सुधार का वरदान देता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों को विशेष लाभ मिलेगा। दफ्तर में आपकी कार्यकुशलता बढ़ेगी और बॉस का सपोर्ट मिलेगा। ऋण चुकाने की स्थिति बनेगी। पाचन तंत्र और पेट संबंधी समस्याओं में थोड़ी सावधानी रखें।
उपाय:
-
प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करें।
-
तांबे का सिक्का जल में प्रवाहित करें।
सिंह राशि – 5वां भाव गोचर
पढ़ाई, संतान, प्रेम संबंध और रचनात्मक कार्यों के लिए यह समय शुभ है। आपकी नेतृत्व क्षमता बढ़ेगी। छात्रों के लिए यह समय स्वर्णिम अवसर लेकर आएगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी, हालांकि अहंकार से बचना आवश्यक है। नौकरी में प्रमोशन के योग प्रबल हैं। आर्थिक स्थिति स्थिर रहेगी।
उपाय:
-
सूर्य को लाल फूल अर्पित करें।
-
रविवार को गुड़ और गेहूं दान करें।
कन्या राशि – 4वां भाव गोचर
घर-परिवार, अचल संपत्ति और मानसिक शांति से जुड़े मामलों पर ध्यान केंद्रित होगा। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। वाहन क्रय-विक्रय संबंधी कार्य अभी टालना बेहतर है। नौकरी में स्थानांतरण संभव है। प्रॉपर्टी से जुड़े विवाद या कागजी कार्यवाही तेज होगी।
उपाय:
-
"आदित्य हृदय स्तोत्र" का पाठ करें।
-
घर में पीले रंग का दीपक जलाएँ।
तुला राशि – 3वां भाव गोचर
साहस, पराक्रम और आत्मविश्वास में भारी वृद्धि होगी। छोटे यात्राएँ लाभदायक रहेंगी। भाई-बहन के साथ संबंध सुधरेंगे। व्यवसाय में विस्तार, नई मार्केटिंग योजनाएँ और साहसिक निर्णय सफलता देंगे। जॉब में नई जिम्मेदारियाँ मिलेंगी।
उपाय:
-
रोज सूर्य को गुड़ मिला जल अर्पित करें।
-
हनुमान मंदिर में दीपक जलाएँ।
वृश्चिक राशि – 2वां भाव गोचर
वाणी में तेज़ी आएगी इसलिए बोलते समय सावधान रहें। परिवार के साथ संबंध मधुर बनाए रखना आवश्यक होगा। धन लाभ तो होगा पर खर्च भी बढ़ेंगे। बैंकिंग, फाइनेंस, अकाउंटिंग तथा मैनेजमेंट क्षेत्र के जातकों के लिए समय उत्तम है।
उपाय:
-
चावल और दूध का दान करें।
-
माता-पिता का आशीर्वाद लें।
धनु राशि – 1वां भाव गोचर
सूर्य आपके लग्न में आकर ऊर्जा, आत्मविश्वास और तेज बढ़ाता है। लोग आपकी बातों को महत्व देंगे। प्रमोशन, नेतृत्व और नए कार्यों की शुरुआत होगी। हालांकि व्यवहार में कठोरता से बचें। स्वास्थ्य—विशेष रूप से आंख, सिर और रक्तचाप—का ध्यान रखें।
उपाय:
-
सूर्य को अर्घ्य दें और तांबे का उपयोग बढ़ाएँ।
-
रोज 108 बार "ॐ सूर्याय नमः" जप करें।
मकर राशि – 12वां भाव गोचर
विदेश यात्रा, अस्पताल, खर्च, ध्यान और आध्यात्मिकता का भाव सक्रिय होगा। खर्च बढ़ सकते हैं। मन में भटकाव हो सकता है। कोई बड़ा निर्णय जल्दबाजी में न लें। विदेश या दूरस्थ कार्यों से लाभ मिलेगा।
उपाय:
-
शनिवार को गरीबों को काला कपड़ा दें।
-
सूर्य के सामने ध्यान करें।
कुंभ राशि – 11वां भाव गोचर
आर्थिक लाभ, आय में वृद्धि, बड़े लक्ष्य पूरे होने और मित्रों के सहयोग का समय है। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यवसाय में बड़े डील मिल सकते हैं। बच्चों से संबंधित समस्या हल होगी।
उपाय:
-
गुड़ और गेहूं रविवार को दान करें।
-
सूर्य नमस्कार करें।
मीन राशि – 10वां भाव गोचर
करियर का श्रेष्ठ समय। उच्च पद, सम्मान, प्रमोशन और सरकारी लाभ के संकेत प्रबल। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। व्यवसायियों को बड़ा लाभ मिल सकता है। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे।
उपाय:
-
सूर्य को रोज अरघ्य दें।
-
रविवार को गरीबों को भोजन कराएँ।